उनका ही टी.वी. हुआ/राजेन्द्र वर्मा
कठिन तपस्या से मिला, हमको ऐसा राज। कुछ को छप्पन भोग तो, कुछ को सड़ा अनाज।।-1 आरक्षण से हो रहा, जिनका हृदय अशांत। वे कैसे लागू करें, समता का सिद्धांत ॥-2 इधर तनी बंदूक है , उधर भौंकते श्वान। हिटलर बैठा बाँटता, लोकतंत्र का ज्ञान॥-3 उनका ही टी.वी. हुआ, उनका ही अख़बार। अब ख़बरें वे […]
