थी न हिम्मत ही तो पर क्या करते/ग़ज़ल/अंजू केशव
थी न हिम्मत ही तो पर क्या करते हम हवाओं में सफर क्या करते लोग ले कर चले आते हैं नमक कहिए जख्मों की खबर क्या करते लत गुहर की न लहर की ही रही तो समंदर में उतर क्या करते दीद का है न जुनून अब कोई देख कर बंद वो दर क्या करते […]