हकीक़त से जो नज़रें फेरते हैं/गज़ल/डॉ. भावना
हवा के साथ चल कर क्या करेंगे तेरे साये में ढल कर क्या करेंगे न गुर हो जिनमें दिल को जीतने का वे चेहरे भी बदल कर क्या करेंगे बहुत हैं दूर हाथों से खिलौने ये बच्चे यूँ मचल कर क्या करेंगे हकीक़त से जो नज़रें फेरते हैं वे ख़्वाबों में टहल कर क्या करेंगे […]