वक्त/दया शर्मा
वक्त जो बीत जाता है वापस वो आता नहीं । इन्तजार करते हम वक्त का, वक्त करता हमारा नहीं। आज अगर समय मेरा है तो कल तुम्हारा होगा अगर ये मेहरबां है तुम पर तो रोशन तेरा सितारा होगा। वक्त को कौन जान पाया है कौन इसे बाँध पाया है। इसने कभी राजा को रंक […]