कुछ ऐसे हालात करें ।
दिल से दिल की बात करें।।
महकी महकी जुल्फों में ।
रंग रंगीली रात। करें ।।
अनहोनी तो होनी है ।
कुछ मीठे आघात करें।।
सुर्ख दहकते अधरों पर ।
चुंबन की बरसात करें।।
जगती के हर लम्हे को ।
खुशियों की बारात करें।।
आने वाले लम्हों को।
बचपन के लम्हात करें।।
भव सागर के कीचड़ में।
जीवन को जलजात करें।।
राम नाम की गंगा में ।
तन मन सद्यस्नात करें।।
दिलजीत सिंह रील
कुछ ऐसे हालात करें/दिलजीत सिंह रील