राजभाषा:हिन्दी के विषय में विद्वानों के विचार
ब्लॉगð¸ हिन्दी हमारी सांस्कृतिक भावनाओं की संवाहक होने के कारण राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधने में समर्थ और राष्ट्रभाषा होने की अधिकारिणी है । – त्रिलोक सिंह ठकुरेला ð¸ राष्ट्रभाषा के बिना आजादी बेकार है। – अवनींद्रकुमार विद्यालंकार ð¸ हिंदी का काम देश का काम है, समूचे राष्ट्रनिर्माण का प्रश्न है। – बाबूराम सक्सेना […]