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मात्राओं की गिनती

काव्य में छंद का अपना महत्व है। छंद रचना के लिए मात्राओं को समझना एवं मात्राओं कि गिनती करने का ज्ञान होना आवश्यक है। यह सर्वविदित है कि वर्णों को स्वर एवं व्यंजन में विभक्त किया गया है। स्वरों की मात्राओं की गिनती करने का नियम निम्नवत है- अ, इ, उ की मात्राएँ लघु (।) […]

कुण्डलिया छंद

कुंडलिया दोहा और रोला के संयोग से बना छंद है। इस छंद के 6 चरण होते हैं तथा प्रत्येकचरण में 24 मात्राएँ होती है। इसे यूँ भी कह सकते हैं कि कुंडलिया के पहले दो चरण दोहा तथा शेष चार चरण रोला से बने होते है। दोहा के प्रथम एवं तृतीय चरण में 13-13 मात्राएँ […]

राजभाषा:हिन्दी के विषय में विद्वानों के विचार

ब्लॉग🔸 हिन्दी हमारी सांस्कृतिक भावनाओं की संवाहक होने के कारण राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधने में समर्थ और राष्ट्रभाषा होने की अधिकारिणी है । – त्रिलोक सिंह ठकुरेला 🔸 राष्ट्रभाषा के बिना आजादी बेकार है। – अवनींद्रकुमार विद्यालंकार 🔸 हिंदी का काम देश का काम है, समूचे राष्ट्रनिर्माण का प्रश्न है। – बाबूराम सक्सेना […]

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