पीते-पीते आज करीना/अवनीश सिंह चौहान
पीते-पीते आज करीना बात पते की बोल गयी यह तो सच है शब्द हमारे होते हैं घर-अवदानी घर जैसे कलरव बगिया में मीठा नदिया का पानी मृदु भाषा में एक अजनबी का वह जिगर टटोल गयी प्यार-व्यार तो एक दिखावा होटल के इस कमरे में नज़र बचाकर मिलने में भी मिलना […]