फूल तुम्हें भेजा है/गीत/इंदीवर
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में, फूल नहीं मेरा दिल है प्रीयतम मेरे तुम भी लिखना, क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है प्यार छिपा है ख़त में इतना, जितने सागर में मोती चूम ही लेता हाथ तुम्हारा, पास जो मेरे तुम होती फूल तुम्हें भेजा है ख़त में … नींद तुम्हें तो आती होगी, क्या देखा […]