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गीत

आज फिर जीने की तमन्ना है/गीत/शैलेन्द्र

काँटों से खींच के ये आँचल तोड़ के बंधन बांधे पायल कोई न रोको दिल की उड़ान को दिल वो चला ह ह हा हा हा हा आज फिर जीने की तमन्ना है आज फिर मरने का इरादा है कल के अंधेरों से निकल के देखा है आँखें मलके मलके फूल ही फूल ज़िंदगी बहार […]

पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे/गीत/शैलेन्द्र

पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे जाने क्या हो अब आगे रे, नैना लागे रे पिया तोसे नैना लागे रे, नैना लागे रे हो, जग ने उतारे हो, धरती पे तारे, पर मन मेरा मुरझाये हो, उन बिन आई हो, ऐसी दीवाली मिलनेको जिया तरसाये, आ साजन पायल पुकारे झनक झन झन झनक […]

सुहाना सफ़र और ये मौसम हंसीं /गीत/शैलेन्द्र

सुहाना सफ़र और ये मौसम हंसीं हमें डर है हम खो न जाएं कहीं सुहाना सफ़र … ये कौन हँसता है फूलों में छूप कर बहार बेचैन है किसकी धुन पर कहीं गुमगुम, कहीं रुमझुम, के जैसे नाचे ज़मीं सुहाना सफ़र … ये गोरी नदियों का चलना उछलकर के जैसे अल्हड़ चले पी से मिलकर […]

छोटा-सा घर होगा बादलों की छाँव में/गीत/शैलेन्द्र

छोटा-सा घर होगा बादलों की छाँव में आशा दीवानी मन में बँसुरी बजाए हम ही हम चमकेंगे तारों के उस गाँव में आँखों की रौशनी हरदम ये समझाए चाँदी की कुर्सी पे बैठे मेरी छोटी बहना सोने के सिंहासन पे बैठे मेरी प्यारी माँ मेरा क्या मैं पड़ा रहूँगा अम्मीजी के पाँव में आ आ […]

टूटे हुए ख़्वाबों ने/गीत/शैलेन्द्र

टूटे हुए ख़्वाबों ने, हमको ये सिखाया है दिल ने, दिल ने जिसे पाया था, आँखों ने गंवाया है टूटे हुए ख़्वाबों ने हम ढूँढते हैं उनको, जो मिलके नहीं मिलते रुठे हैं न जाने क्यूँ, मेहमान मेरे दिल के क्या अपनी तमन्ना थी, क्या सामने आया है दिल ने, दिल ने … टूटे हुए […]

हम तो जाते अपने गाम/गीत/शैलेन्द्र

मुबारक देने आए थे, मुबारक देके जाते हैं मिला है बहुत कुछ, सीने में जो हम लेके जाते हैं हम तो जाते अपने गाम, अपनी राम-राम-राम अपनी राम-राम-राम, सबको राम-राम-राम हम तो जाते अपने गाम, अपनी राम-राम-राम सबको राम-राम-राम कभी जो कह ना पाए बात, वो होंठों पे अब आई अदालत उठ चुकी है, अब […]

किसीने अपना बनाके मुझको मुस्कुराना सिखा दिया/गीत/शैलेन्द्र

किसीने अपना बनाके मुझको मुस्कुराना सिखा दिया अँधेरे घर में किसीने हँसके चराग़ जैसे जला दिया किसीने अपना बनाके मुझको मुस्कुराना सिखा दिया शरम के मारे मैं कुछ ना बोली नज़र ने पर्दा गिरा दिया मगर वो सबकुछ समझ गए हैं, कि दिल भी मैंने गँवा दिया किसीने अपना बनाके मुझको मुस्कुराना सिखा दिया न […]

ये मेरा दीवानापन है/गीत/शैलेन्द्र

दिल से तुझको बेदिली है, मुझको है दिल का गुरूर तू ये माने के न माने, लोग मानेंगे ज़ुरूर ये मेरा दीवानापन है, या मुहब्बत का सुरूर तू न पहचाने तो है ये, तेरी नज़रों का क़ुसूर ये मेरा दीवानापन है … दिल को तेरी ही तमन्ना, दिल को है तुझसे ही प्यार चाहे तू […]

याद न जाए, बीते दिनों की/गीत/शैलेन्द्र

याद न जाए, बीते दिनों की जाके न आये जो दिन, दिल क्यूँ बुलाए, उन्हें दिल क्यों बुलाए याद न जाये … दिन जो पखेरू होते, पिंजरे में मैं रख देता पालता उनको जतन से पालता उनको जतन से, मोती के दाने देता सीने से रहता लगाए याद न जाए … तस्वीर उनकी छुपाके, रख […]

दोस्त दोस्त ना रहा/गीत/शैलेन्द्र

दोस्त दोस्त ना रहा प्यार प्यार ना रहा ज़िंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा, ऐतबार ना रहा अमानतें मैं प्यार की गया था जिसको सौंप कर वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे जो ज़िंदगी की राह मे बने थे मेरे हमसफ़र वो मेरे दोस्त तुम ही थे तुम्हीं तो थे सारे भेद […]