हम तुम्हे चाहते हैं ऐसे/गीत/इंदीवर
नसीब इन्सान का चाहत से ही सँवरता है क्या बुरा इसमें किसी पर जो कोई मरता है हम तुम्हे चाहते हैं ऐसे मरनेवाला कोई जिन्दगी चाहता हो जैसे रूठ जाओ अगर तुम तो क्या हो पल में ऐसे लगे, जिस्म से जान जैसे जुदा हो जिन्दगी बिन तुम्हारे अधूरी तुम को पा लूँ अगर, हर […]