ख़ुश्बू चुराते बच्चे/अनिता रश्मि
कोलतार चुपड़ी काली सड़क से दौड़ते हुए आ मिलते वे बच्चे सवेरे-सवेरे जो फूटती किरण के साथ गए थे सुंदर, साफ, उजर यूनिफाॅर्म में कई स्कूलों में पंक्तिबद्ध अपने-अपने बाबा का हाथ थामे गँवीली पगडंडियों से गुजरकर । दुपहरिया होते घर लौटते ही बाबा के संग, छोड़ उन्हें ओसारे पर भागकर आ गए हैं पगडंडी, […]