एक कबूतर छत पर आया,
गुटर-गुटर-गू उसने गाया।
उस छत पर थी नन्ही मुनिया,
देख कबूतर की यह दुनिया।
मुनिया ने जैसे बतलाया,
‘छत पर एक कबूतर आया।
मुनिया की यह बातें सुनकर,
हुआ कबूतर झट छू–मंतर।
लेखक
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भाऊराव महंत ग्राम बटरमारा, पोस्ट खारा जिला बालाघाट, मध्यप्रदेश पिन - 481226 मो. 9407307482
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छू-मंतर/भाऊराव महंत