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गली का राजा/डॉ पद्मावती

सवेरे सवेरे मीरा ने हॉल की खिड़की खोली तो देखा सामने ऊपर की  सीढ़ियों पर एक कुत्ता अधमरी हालत में बेहोश सा लेटा हुआ था।  आवारा सड़क छाप गली का कुत्ता था जो अपनी बिरादरी से झगड़ कर शायद घायल हो गया था और बचाव के लिए उसने यहाँ शरण ले ली थी।  पहली नजर […]

कार क्रय यज्ञ/डॉ पद्मावती

हुआ यूँ कि जब जानकी दास जी ने अपनी कई  वर्षों की  अंतहीन दुर्भर प्रतीक्षा के बाद यह निर्णय लिया कि  अब समय आ गया है कि हमें  भी एक  चौपहिया वाहन खरीद लेना ही चाहिए । दरअसल बचपन से  अब तक उन्हें   किसी भी वाहन को चलाने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ था । […]

थोड़ी सी धूप/डॉ पद्मावती

सुबह  आईना देखा तो श्रीधर हैरान रह गया । अरे !  कितना बदला बदला लग रहा है चेहरा…. बड़ी हुई दाड़ी के कारण । कितना  बुजुर्ग लग रहा था वह  …भद्र और शालीन । वानप्रस्थाश्रम  की असली  पहचान । जिंदगी की भाग-दौड़ में पता ही नहीं चला था  कि कैसे उम्र फिसल  गई । शायद […]

नवजीवन मेल/डॉ पद्मावती

‘उफ्फ, प्लेटफॉम पर भीड़ असीमित और गर्मी जानलेवा । पता नहीं क्या सोच कर मैं ने ट्रेन से जाने का निर्णय लिया था? क्या कुछ बचत करने के चक्कर में फंस गया । उफ्फ! मूर्खता की भी हद होती है’ । शेखर अपने आप में बड़बड़ाता गाड़ी आने के क्षण  गिन रहा था । भीषण […]

पारिजात/डॉ पद्मावती

“दीदी… मुनिया फर्स्ट डिनिशन में पास हो गई है …और ये सब आपकी मेहनत है दीदी वरना मैं अकेली कहाँ कर पाती ये सब ?” कम्मो  आकर सीढ़ियों पर धम्म से बैठ गई । मुनिया उर्फ परी  भी आई थी पीले रंग के सलवार सूट में । परी  थी तो केवल सत्रह बरस की पर […]

 बुड्ढि माँ  के नाम पत्र/डॉ पद्मावती

प्रिय बुड्ढि माँ  , कहते हैं न मन में सच्ची लगन हो, श्रद्धा हो तो बात पहुँच जाती है जिन तक पहुँचानी होती है इसीलिए शायद कहा जाता है कि  मीलों दूर बैठे जब किसी अपने को याद किया जाता है तो उन्हें हिचकियाँ आ जाती है । सच होता होगा । मैं तो मानती […]

अब उसे रहने दीजिए/डॉ पद्मावती

“आइए शर्मा जी ,बैठिए । भई आज तो सुबह से लू चल रही है । बेंच देखिए अभी तक गर्म है” । मेहरा जी काफी समय से अकेले बैठे हुए थे । इसीलिए शर्मा जी को देखते ही चमक उठे । “मैं  तो आज घूमा ही नहीं । बदन में कमजोरी लग रही है गर्मी […]

आटो वाला/डॉ पद्मावती

‘माँ केबिन! कैसा लगा ? ..देखो न … तुम देखना चाहती थी न मैं कैसे काम करता हूँ ….तो ये रहा… देखिए …और हाँ माँ …मैं आपको डॉ खन्ना से भी मिलवाता हूँ …मेरे सीनियर हैं वे और वैसे मैं उन्हीं के गाइडेंस में हूँ’… बडे अनुभवी है और वो आपको मेरे बारे में बताएंगे। […]

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