मैं प्रतीक्षारत रहूँगा/सुनील त्रिपाठी
मैं प्रतीक्षारत रहूँगा शेष उर में, श्वांस जब तक,या अखंडित आस जब तक मैं प्रतीक्षारत रहूँगा , मैं प्रतीक्षारत रहूँगा। हों न जाती पूर्ण जब तक, चिर प्रतीक्षित कामनाएं। या न मिलती सिद्धि जब तक,निष्फलित सब साधनाएं। तज न देता ताप जब तक, काम संयम से लिपटकर, या बिलों में घुस न जाती, फन उठाती […]