सुबह-सुबह कोयल का गाना/सजल/वसंत जमशेदपुरी

लेखक

  • वसंत जमशेदपुरी
    मूल नाम- मामचंद अग्रवाल
    उपनाम- वसंत
    जन्म-08 दिसम्बर 1957,जमशेदपुर
    माता -स्व०श्रीमती प्रभाती देवी
    पिता-स्व०श्री देवकरण अग्रवाल (खेमका)
    शिक्षा-आई.कॉम(11+2)
    लेखन कार्य-1970से
    लेखन की भाषा-हिन्दी एवं राजस्थानी कभी-कभी भोजपुरी भी
    लेखन की विधा -दोहा,मुक्तक,गीत,गजल,मुक्त छंद,लघुकथा आदि
    मूल स्वर-शृंगार एवं पीड़ा
    प्रकाशित रचनाएं-देश के प्रमुख अखबारों तथा पत्रिकाओं में शताधिक रचनाएं प्रकाशित
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    साझा प्रकाशन-
    -बालबाँसुरी(डॉ०बच्चन पाठक सलिल,राम सेवक विकल,बालकवि हंस),
    -बिहार के बाल साहित्यकार(डॉ०बच्चन पाठक सलिल,राम सेवक विकल,बालकवि हंस)
    -इंद्रधनुष(संपादक-मनोहर लाल गोयल)
    -दोहा दर्शन (चेतन दूबे अनिल,राहुल शिवाय)
    -सुकवि पच्चीसी ( चेतन दूबे अनिल,सुनीता पाण्डेय सुरभि)
    -त्रिवेणी(चेतन दूबे अनिल,सुनीता पाण्डेय सुरभि)
    -सूली ऊपर सेज(चेतन दुबे अनिल,सुनीता पाण्डेय सुरभि)
    -साक्षात्कार-आइने के सामने(चेतन दुबे अनिल,सुनीता पाण्डेय सुरभि)
    -सत्यम काव्य मेखला(विश्वजीत 'सपन')
    -काव्य गुंजना(गीता चौबे गूँज,मनीषा सहाय सुमन)
    -अभिनव कुंडलिया(त्रिलोक सिंह ठकुरेला)
    -55हिन्दुस्तानी ग़ज़लें(चेतन दुबे अनिल,सुनीता पाण्डेय सुरभि)
    -लघुकथा शतक(नवीन गौतम,डॉ०अरविंद पराशर)
    -करो रक्त का दान(मधुकांत,महेंद्र जैन,आशा खत्री'लता')
    -हिंदी गजल के साक्षी(संपादक-अविनाश भारती),
    -कुण्डलिया शतक(संपादक-त्रिलोक सिंह ठकुरेला)
    - आचमन(डॉ०रागिनी भूषण,डॉ०अजय कुमार ओझा)
    - सँवरता बचपन(सहयोग प्रकाशन)
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    एकल प्रकाशन-अँजुरी भर गीत(गीत संकलन)-2021
    ससुराला(ससुराल पर मुक्तक)-2021,
    अँजुरी भर गीत-द्वितीय संस्करण-2022
    महकती हुई रात होगी(हिंदी ग़ज़ल संग्रह)-2023
    मुट्ठी भर वातास(दोहा सतसई)-2023
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    भावानुवाद-सुंदर कांड(राजस्थानी में)-प्रेस में
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    संपादन/सह संपादन-आह्वान,जय भारती,कुरजाँ,राजस्थान नवयुक संघ-मानगो की रजत जयंती एवं स्वर्ण जयंती स्मारिका
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    सम्मान-
    काव्य शास्त्री,
    कविवर बच्चन पाठक सलिल सम्मान,
    दोहा रत्न,
    मुक्तक शिरोमणि,
    मुक्तक समस्या-पूर्ति सम्मान,
    काव्य दिग्गज,
    दोहा सम्राट,
    रचनाकार सम्मान,
    गीत श्री,
    श्री साहित्य गौरव सम्मान,
    कलम की सुगंध -झारखंड गौरव सम्मान,
    गीत कुंभ परिवार द्वारा वर्ष 2020-21 का 'रंग श्री सम्मान',
    जिला मारवाड़ी सम्मेलन(2021),अटल बिहारी बाजपेयी जयंती पर भाजपा द्वारा(सांसद के हाथों) सम्मान,
    पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन द्वारा 2022 का'भाई जी हनुमान प्रसाद पोद्दार सम्मान' ,
    मरुधर साहित्य ट्रस्ट(जमशेदपुर) एवं सृजन एजुकेशन ट्रस्ट(बड़ोदरा) द्वारा सृजन साहित्य सम्मान-2023 ,
    मरुधर साहित्य ट्रस्ट द्वारा उषा देवी मरुधर साहित्य सम्मान-2023
    साहित्य मंडल,नाथद्वारा,राजस्थान द्वारा "हिंदी साहित्य शिरोमणि" की उपाधि से विभूषित
    सहयोग द्वारा आयोजित "आओ बचपन सँवारें" बाल कविता लेखन में मेरे गीत"आओ बच्चो भरें सिकोरा" को द्वितीय पुरस्कार
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    संपर्क सूत्र-
    सीमा वस्त्रालय,राजा मार्केट
    डिमना रोड
    मानगो बाजार,जमशेदपुर-831012

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सुबह-सुबह कोयल का गाना,अच्छा लगता है |
प्रियजन से मिलना-बतियाना,अच्छा लगता है ||

रजनीगंधा,जुही,चमेली,शेफाली महके |
उपवन में भँवरों का आना, अच्छा लगता है ||

उसकी गलियों में गुल चुनना, कौन नहीं चाहे |
दामन में खुशबू भर लाना,अच्छा लगता है ||

कलियों-सा मुस्काना उसका,शहदीली बातें |
बात-बात पर खिल-खिल जाना अच्छा लगता है ||

आँखों में मधु की मादकता,रूप सुराही-सा |
यौवन की मदिरा छलकाना,अच्छा लगता है ||

करे इशारे रह-रह मुझको,चूड़ी की खन-खन |
नजर मिला कर नजर चुराना,अच्छा लगता है ||

मन में लड्डू फूटें फिर भी,होठों पर ताले |
पलकें नीची कर शरमाना,अच्छा लगता है ||
सुबह-सुबह कोयल का गाना/सजल/वसंत जमशेदपुरी

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