+91-9997111311,    support@sahityaratan.com

गणतंत्र दिवस/लेख/शाश्वत मिश्रा

आज का दिन उन सभी भारतीयों के लिए गर्व का दिन है जो हमारे देश से प्यार करते हैं। आज वह दिन है, जब हम एक संगठित और शक्तिशाली देश बने। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि आज भारत का गणतंत्र दिवस है। लेकिन, कुछ लोग या नहीं जानते हैं जानते कि हम गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं। खैर, हम गणतंत्र दिवस इसलिए मानते हैं क्योंकि आज भारत का संविधान, जो 2 साल, 11 महीने और 17 दिन की समयावधि में बनाया गया था, 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ, लेकिन 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। 26 जनवरी को ‘संविधान दिवस’ क्यों कहा जाता है, जबकि 26 जनवरी को ‘गणतंत्र दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। संविधान सरकार के संसदीय स्वरूप का प्रावधान करता है, जो कुछ एकात्मक विशेषताओं के साथ संरचना में संघीय है। इसके अंदर देश में पालन किए जाने वाले सभी कानून सूचीबद्ध हैं। भारत का संविधान भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, संविधान एक तरफ देश के नागरिकों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियां की बात करता है तो दूसरी तरफ देश के नागरिकों के मूल अधिकारों का भी वर्णन करता है। यद्यपि संविधान में लिखे गए कानून कुछ हद तक स्थायी हैं, यदि सत्ता रूढ़ दल तीन- चौथाई बहुमत या उससे अधिक के साथ चुनाव जीतता है तो, वे संविधान के कानून को जोड़ -हटा या संपादित कर सकते हैं। तो, ये है हमारे संविधान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी। लेकिन याद रखें मित्रों, संविधान अच्छे उद्देश्यों के लिए बनाया गया था। जिस पार्टी के पास संविधान को संपादित करने की शक्ति है और यदि वे इस लेख को पढ़ रहे हैं, तो मुझ पर एक एहसान करें और कृपया शक्ति का दुरुपयोग ना करें। यह सब अच्छे उद्देश्य के लिए है। मेरा सभी लोगों से अनुरोध है कि बनाया गए सभी कानूनों का पालन करें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो यह संविधान का अपमान होगा और उन सभी महान लोगों का अपमान होगा जिन्होंने हमारे देश में शांति से रहने में मदद करने के लिए यह उपहार दिया है । मेरी कई लंबी रातों की कड़ी मेहनत को पढ़ने के लिए आप सभी को धन्यवाद। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं! जय हिंद! जय भारत!

लेखक

गणतंत्र दिवस/लेख/शाश्वत मिश्रा

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

×