+91-9997111311,    support@sahityaratan.com

विवादों का शहर/मयंक श्रीवास्तव

विवादों का शहर प्रश्न हल करता नहीं है यह विवादों का शहर। यह शहर अब नित तनावों का कहर ढाने लगा चैन घर का छीन कर बाजार हरषाने लगा यह हमारे तंत्र के लंगड़े इरादों का शहर। इस शहर का आदमी ही आदमी को बांटता वक्त मिलते ही कपट की कैंचियों से काटता हाँ कभी […]

×