जब गिला वो करें चुप रहा हम करें/ग़ज़ल/रचना निर्मल
जब गिला वो करें चुप रहा हम करें... Read more.
लगाता रोज़ मैं चहरा नया हूँ/ग़ज़ल/रचना निर्मल
लगाता रोज़ मैं चहरा नया हूँ तेरा... Read more.
आपकी आँखें हमारी राहत ए जाँ हो गईं/ग़ज़ल/रचना निर्मल
आपकी आँखें हमारी राहत ए जाँ हो... Read more.
जिसकी ख़ातिर हार बैठी है/ग़ज़ल/रचना निर्मल
अपना सब कुछ जिसकी ख़ातिर हार... Read more.
बुरा तो किसी को ये अच्छा लगा/ग़ज़ल/रचना निर्मल
बुरा तो किसी को ये अच्छा लगा... Read more.
यूँ भी ख़ुद को आज़माते हम/ग़ज़ल/रचना निर्मल
शब ए फ़िराक़ यूँ भी ख़ुद को आज़माते... Read more.
हवाएँ उस तरफ़ तूफ़ान लाना चाहती हैं/ग़ज़ल/रचना निर्मल
हवाएँ उस तरफ़ तूफ़ान लाना चाहती... Read more.
जिनकी आँखों में मैंने डर देखा/ग़ज़ल/रचना निर्मल
जिनकी आँखों में मैंने डर देखा... Read more.
रूह अपनी न हुई जिस्म भी अपना न हुआ/ग़ज़ल/रचना निर्मल
रूह अपनी न हुई जिस्म भी अपना... Read more.
क़िस्से में रहती है/ग़ज़ल/रचना निर्मल
ख़यालों की बना कर डोर हर क़िस्से... Read more.