सर्वसुपूजित राम हैं/गीत/नन्दिता शर्मा माजी
सत्कर्मो की सोच जहाँ है, वहीं... Read more.
मैं स्त्री हूँ /कविता/नन्दिता शर्मा माजी
मैं स्त्री हूँ, प्रायः घर की... Read more.
संहार शेष है/कविता/नन्दिता शर्मा माजी
कल्कि के धनुष की अभी, टंकार शेष... Read more.
रहे याद जो वो फसाना लिखेंगे/ग़ज़ल/नन्दिता शर्मा माजी
रहे याद जो वो फसाना लिखेंगे।... Read more.
माया/कुण्डलिया/नन्दिता माजी शर्मा
जंगल-जंगल ढूँढ़ता, मृग कस्तूरी... Read more.
लेखक की सैर/कुण्डलिया/नन्दिता माजी शर्मा
लेखक निकला हाट में, सोचा कर लूं... Read more.
घुमड़ रहे हैं घन विकराले/सजल/नन्दिता माजी शर्मा
घुमड़ रहे हैं घन विकराले। दबे... Read more.
जिंदगी/सजल/नन्दिता माजी शर्मा
जिंदगी यह जीत भी है हार भी। फूल... Read more.
मन की बात – दोहों के साथ/दोहा/ नन्दिता माजी शर्मा
मन की बात – दोहों के साथ विनती... Read more.
क्रोध पर दोहे/दोहा/ नन्दिता माजी शर्मा
क्रोध में उठना उठते हैं जो क्रोध... Read more.