कितने बुझे बुझे हैं मनाज़िर बहार के/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
कितने बुझे बुझे हैं मनाज़िर... Read more.
रंग बदलते इन्सानों को देखा है/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
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फ़स्लें तमाम लूट के सैलाब ले गया/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
फ़स्लें तमाम लूट के सैलाब ले... Read more.
चुन चुन कर हम नफ़रत की हर इक दीवार गिरायेंगे/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
चुन चुन कर हम नफ़रत की हर इक दीवार... Read more.
पहली पहली बार हमारे घर आंगन में उतरा चांद/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
पहली पहली बार हमारे घर आंगन में... Read more.
जागी आंखों का सपना है बीबी बच्चा घर/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
जागी आंखों का सपना है बीबी बच्चा... Read more.
नफ़रत ही रह गयी है मुहब्बत चली गयी/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
नफ़रत ही रह गयी है मुहब्बत चली... Read more.
रोना नहीं आता हमें हंसना नहीं आता/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
रोना नहीं आता हमें हंसना नहीं... Read more.
कर सकेगा वो हमें बर्बाद क्या/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
कर सकेगा वो हमें बर्बाद क्या... Read more.
चलते चलते आ गया ये कैसा रस्ता सामने/ग़ज़ल/प्रेमकिरण
चलते चलते आ गया ये कैसा रस्ता... Read more.