मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ/दुष्यंत कुमार
मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ वो... Read more.
वो आदमी नहीं है मुकम्मल बयान है/दुष्यंत कुमार
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बहुत सँभाल के रक्खी तो पाएमाल हुई/दुष्यंत कुमार
बहुत सँभाल के रक्खी तो पाएमाल... Read more.
एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली-पहली बार उड़ा/दुष्यंत कुमार
एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली-पहली... Read more.
पक गई हैं आदतें बातों से सर होंगी नहीं/दुष्यंत कुमार
पक गई हैं आदतें बातों से सर होंगी... Read more.
धूप ये अठखेलियाँ हर रोज़ करती है/दुष्यंत कुमार
धूप ये अठखेलियाँ हर रोज़ करती... Read more.
बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैं/दुष्यंत कुमार
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मेरे गीत तुम्हारे पास सहारा पाने आएँगे/दुष्यंत कुमार
मेरे गीत तुम्हारे पास सहारा... Read more.
मरना लगा रहेगा यहाँ जी तो लीजिए/दुष्यंत कुमार
मरना लगा रहेगा यहाँ जी तो लीजिए... Read more.
आज सड़कों पर लिखे हैं सैंकड़ों नारे न देख/दुष्यंत कुमार
आज सड़कों पर लिखे हैं सैंकड़ों... Read more.