कुण्डलियां/नारि-सशक्तिकरण /दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
बिटिया पापड़ बेल के, करे कढ़ाई... Read more.
कुण्डलियां/साहित्यिक पुरस्कार/दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
खले चाँदनी चोर को, व्यभिचार&... Read more.
कुण्डलियां/व्यंग्य / दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
बापू की बकरी बंधी, रस्सी वही... Read more.
कुण्डलियां/हास्य/ दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
विनती सम मानव हँसी, प्रभु कर... Read more.
कुण्डलियां/आध्यात्मिक/”सुभाषित”/दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
तक तक कर पथरा गईं, आँखे प्रभु... Read more.
कुण्डलियां ‘सामाजिक’/दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’
सामाजिक मुखड़े पे मुखड़े चढ़े, ... Read more.