साकेत एकादश सर्ग/मैथिलीशरण गुप्त
जयति कपिध्वज के कृपालु कवि, वेद-पुराण-विधाता... Read more.
साकेत द्वादश सर्ग/मैथिलीशरण गुप्त
ढाल लेखनी, सफल अन्त में मसि भी... Read more.
जयद्रथ वध/मैथिलीशरण गुप्त
प्रथम सर्ग वाचक ! प्रथम सर्वत्र... Read more.
नहुष/मैथिलीशरण गुप्त
1. मंगलाचरण क्योंकर हो मेरे मन... Read more.
पंचवटी/मैथिलीशरण गुप्त
पूर्वाभास 1. पूज्य पिता के सहज... Read more.
झंकार/मैथिलीशरण गुप्त
1. निर्बल का बल निर्बल का बल राम... Read more.
पत्रावली/मैथिलीशरण गुप्त
महाराज पृथ्वीराज का पत्र (महाराना... Read more.
गुरुकुल/मैथिलीशरण गुप्त
1. गुरु नानक मिल सकता है किसी जाति... Read more.