ठेस/फणीश्वरनाथ रेणु
खेती-बारी के समय, गाँव के किसान... Read more.
लालपान की बेगम/फणीश्वरनाथ रेणु
‘क्यों बिरजू की माँ, नाच देखने... Read more.
तीसरी कसम/फणीश्वर नाथ रेणु
हिरामन गाड़ीवान की पीठ में गुदगुदी... Read more.