भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना
देखो ये नाता निभाना निभाना
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना
भैया मेरेये दिन ये त्यौहार खुशी का
पावन जैसे नीर नदी का
भाई के उजले माथे पे
बहन लगाए मंगल टीका
झूमे ये सावन सुहाना सुहाना
भैया मेरे भैया मेरे
राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना
भैया मेरेबाँध के हमने रेशम डोरी
तुमसे वो उम्मीद है जोड़ी
नाज़ुक है जो सांस के जैसे
पर जीवन भर जाए न तोड़ी
जाने ये सारा ज़माना ज़माना
भैया मेरे भैया मेरे
राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना
भैया मेरेशायद वो सावन भी आए
जो पहला सा रंग न लाए
बहन पराए देश बसी हो
अगर वो तुम तक पहुँच न पाए
याद का दीपक जलाना जलाना
भैया मेरे भैया मेरे
राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना
भैया मेरे
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना/गीत/शैलेन्द्र