+91-9997111311,    support@sahityaratan.com

कुण्डलियां/नारि-सशक्तिकरण /दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’

बिटिया पापड़ बेल के, करे कढ़ाई साफ।
बेटा गुलछर्रे उड़ा, सोये ओढ़ लिहाफ।
सोये ओढ़ लिहाफ, दुलारा बेटा माँ का।
सर्विस वाली देख, भिड़ाता रविकर टाका।
करवाती यह काम, खड़ी कर देती खटिया।
नारि नारि में फर्क, सास की शातिर बिटिया ।।
पैरों पर होना खड़ी, सीखो सखी जरुर ।
आये जब आपद-विपद, होना मत मजबूर ।
होना मत मजबूर, सिसकियाँ नहीं सहारा ।
कन्धा क्यूँकर खोज, सँभालो जीवन-धारा ।
समय हुआ विपरीत, भरोसा क्यूँ गैरों पर |
लिखो भाग्य लो जीत, खड़ी हो खुद पैरों पर ।।
बना चपाती रच रही, गृहणी छंद महान।
बैठी सब्जी काटती, बड़े-बड़ों के कान।
बड़े बड़ों के कान, नई चीजें नित दीखें।
तरह तरह के छौंक, लगा के कविता सीखें।
उच्चकोटि के छंद, आज मां बहन सुनाती।
धन्य फेसबुक धन्य, पेट भर बना चपाती।
बेटी ठिठकी द्वार पर, बैठक में रुक जाय।
लगा पराई हो गयी, पिये चाय सकुचाय।
पिये चाय सकुचाय, आज वापस जायेगी।
रविकर बैठा पूछ, दुबारा कब आयेगी।
देखी पति की ओर , दुशाला पुन: लपेटी।
लगा पराई आज, हुई है अपनी बेटी।।
दोहा
बेटी हो जाती विदा, लेकिन सतत् निहार।
नही पराई हूँ कहे, बारम्बार पुकार।।

लेखक

  • दिनेश चन्द्र गुप्ता 'रविकर'

    दिनेश चन्द्र गुप्ता 'रविकर' स्थाई पता : लल्लूराम मार्केट मवई चौराहा पोस्ट : मांजनपुर जिला : अयोध्या धाम उत्तर प्रदेश 225408 माता-पिता : स्व विद्योत्मा , स्व लल्लूराम गुप्ता जन्म: 15-08-1960 शिक्षा : आई आई टी (आई एस एम) धनबाद से एडवांस डिप्लोमा इन माइनिंग इंस्ट्रूमेंटेशन एंड टेलीकम्युनिकेशन आई आई टी (आई एस एम) धनबाद से अगस्त 2020 में अवकाशप्राप्त । दिसम्बर 2021 से आई आई आई टी रांची, झारखण्ड में टेक्निकल सुपरिटेंडेंट के रूप में पुनर्नियोजन। प्रकाशित पुस्तकें : (1) प्रभु राम की सगी बहन, "भगवती शांता" प्रबंध काव्य (2) धरती आबा प्रबंध काव्य (3) हिन्दु हृदय सम्राट, महाराजा सुहेलदेव (प्रेस में) प्रबंध काव्य एवं लगभग दो दर्जन साझा - संस्करण सम्पादन: काव्य-मयूरी साझा काव्य-संग्रह : शब्दांकुर प्रकाशन दिल्ली उल्लेखनीय योगदान: कर्नाटक राज्य अक्कमहादेवी महिला विश्वविद्यालय, विजयपुर के बी. एस् सी. तृतीय सेमेस्टर (अनिवार्य) पाठ्यक्रम में मेरी कविता "आरोग्य सूत्र" पाठ के रूप में स्वीकृत। dcgpth@gmail.com 9793734837

    View all posts
कुण्डलियां/नारि-सशक्तिकरण /दिनेश चन्द्र गुप्ता ‘रविकर’

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

×