बच्चों! जिसकी आशंका से,
अक्सर सब डरते हैं।
कभी न आए, यही कामना,
लोग सभी करते हैं।।
कोई शेर नहीं है वह तो,
कोई भूत नहीं है।
जीवन में कोई भी उससे,
किन्तु अछूत नहीं है।।
लेकिन बच्चों! जिस पर चलती,
नहीं हमारी इच्छा।
लोग उसे डर-डरकर कहते,
आई अरे! परीक्षा।।
लेखक
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भाऊराव महंत ग्राम बटरमारा, पोस्ट खारा जिला बालाघाट, मध्यप्रदेश पिन - 481226 मो. 9407307482
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परीक्षा/भाऊराव महंत