गणेश उत्सव की तैयारियाँ चल रही थी । वह भगवान की मूर्तियाँ बनाता था । मिट्टी की मूर्तियों में जान फूंक देता था । आज अचानक मूर्ति पर काम करते हुए उसके हाथ रुक गए । एक प्रश्न कुछ दिन से मन को मथ रहा था । आज पूछ ही डाला !
“कुछ कहना है…देखो न !”
“आँखें तुमने अभी नहीं बनायी ।केवल सुन सकता हूँ, क्या समस्या है तुम्हारी ?”
“सोचता हूँ… कह दूँ या नहीं! कह दूँ क्या?”
“अवश्य !”
“शंका है छोटी सी “।
“हाँ ।हाँ! कहो निःसंकोच ।”
“बुरा न मानोगे? सजा तो न दोगे?”
“इतना विश्वास है मुझ पर तो सजा कैसी?”
“ठीक है …तो बताओ …क्या तुमने मुझे बनाया या मैं तुम्हें बना रहा हूँ?”
“तुम्हारा मन क्या कहता है?”
“मन कहता है तुमने मुझे बनाया और बुद्धि कहती है मैं तुम्हें बना रहा हूँ । शंका का निवारण करो …सत्य क्या है?”
“मैं कह भी दूँगा तो क्या? तुम्हारा मन मान जाएगा और बुद्धि विरोध कर देगी” ।
“तुम कहकर तो देखो !”
“तो सुनो मन का आधार है विश्वास और बुद्धि का तर्क ।”
“तो”
“तो मन मनवा कर शांत कर देता है और बुद्धि भटका देती है” ।
“तो”
“तो क्या…तुम्हें क्या चाहिए शान्ति या भटकाव?”
डॉ पद्मावती.
शैक्षिक योग्यताएँ = एम. ए, एम. फिल, पी.एच डी, स्लेट (हिंदी)
जन्म स्थान = नई दिल्ली
वैवाहिक स्थिति = विवाहित
ई -मेल = padma.pandyaram@gmail.com
संप्रति = * सह आचार्य, हिंदी विभाग,
आसन मेमोरियल कॉलेज,
जलदम पेट , चेन्नई, 600100 . तमिलनाडु .
अध्यापन कार्य = गत 17 वर्षों से स्नातक महाविद्यालय में हिंदी भाषा
• महाविद्यालयों और विश्व विद्यालयों में अतिथि व्याख्यान.
• चेन्नई के कई स्वायत्त महाविद्यालयों के स्नातक परीक्षाओं में
हिंदी के प्रश्न पत्रों का निर्माण तथा पांडिचेरी विश्वविद्यालय
की वार्षिक परीक्षाओं में अध्यक्ष और परीक्षक की भूमिका का
निर्वहण .
साहित्यिक सेवाएं
• चेन्नई की लब्ध प्रतिष्ठित स्वैच्छिक हिंदी संस्थान ‘ सत्याशीलता ज्ञानालय’ से जुड़कर कई साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी , अनेक साहित्यकारों का साक्षात्कार, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्टियो का संचालन और संयोजन .
• हिंदी साहित्य भारती तमिलनाडु इकाई की मीडिया प्रभारी . • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्टियो में प्रतिभगिता और शोध
पत्रों का प्रस्तुतीकरण.
• ‘रचना उत्सव’ मासिक पत्रिका की दक्षिण भारत की मुख्य समन्वयक • ‘भारत दर्शन’ की संपादक (दक्षिण भारत साहित्य)
प्रकाशन
• विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्र -पत्रिकाओं में शोध आलेखों का प्रकाशन, • जन कृति,वीणा मासिक पत्रिका, समागम, साहित्य यात्रा जैसी लब्ध प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और साहित्य कुंज व पुरवाई कथा यू .के .जैसी सुप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पत्रिकाओं में नियमित लेखन कार्य , कहानी , व्यंग्य लेखन , स्मृति लेख , चिंतन, यात्रा संस्मरण, सांस्कृतिक और साहित्यिक आलेख,पुस्तक समीक्षा ,सिनेमा और साहित्य समीक्षा इत्यादि का
प्रकाशन .
सम्मान
• हिंदी दिवस समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित ‘सत्याशीलता ज्ञानालय’ के
कार्यक्रम में ७/१२/२०१३ को चेन्नई के माननीय राज्यपाल श्री के. रोसय्या
द्वारा शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया .
• ‘नव सृजन कला साहित्य एवं संस्कृति न्यास’, नई दिल्ली द्वारा ‘हिंदी
साहित्य रत्न सम्मान”
• ‘हिंदी अकादमी, मुंबई द्वारा’ ‘विशेष हिंदी प्रचारक सम्मान 2021’
• अंतर्राष्ट्रीय महिला मंच द्वारा ‘नारी गौरव सम्मान’
• भारत उत्थान न्यास द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ‘ भगिनी निवेदिता सम्मान’